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'‘बेबी प्रूफिंग’'
सच यह है कि हमारे घरों को ‘बेबी प्रूफ’ या ‘चाइल्ड प्रूफ’ बनाना एक मिथक। हम चाहे कितनी भी कोशिश कर लें, प्रत्येक परिवेश को 100 प्रतिशत सुरक्षित बनाना असंभव है और बच्चों को छोटी-मोटी चोटें तो लगती ही रहेंगी।
हालाँकि, दुःख की बात यह है कि, कुछ दुर्घटनाएं इतनी गंभीर होती हैं कि वह हमेशा के लिए ज़िंदगी को बर्बाद कर देती हैं। सौभाग्य से ऐसी अनेक व्यवहार्य चीज़े हैं जो हम कर सकते हैं ताकि इन दुर्घटनाओं को होने से रोका जा सके…
‘बेबी प्रूफिंग’ मिथक: आप क्या कर सकते हैं